Best 210+ दिखावे के रिश्ते शायरी | Dikhave ke rishte Shayari (2025)

आज के जमाने में दिखावे के मतलबी रिश्ते बहुत देखने को मिलते है। इस दुनिया में सच्चे रिश्ते बहुत कम बचे हुए है। सच्चा रिश्ता वही होता है जिसे बिना मतलब के सिद्दत से निभाया जाए। लोग अब रिश्ता तो रखते है पर उसे निभाना नही चाहते। इस प्रकार के रिश्ते बहुत कच्चे होते है यह दिखावे के रिश्ते होते है जो की ज्यादा दिन तक नहीं चलते है इस प्रकार के रिश्ते एक न एक दिन जरूर टूट जाते है।

आज के इस लेख में हम ने आपके साथ dikhave ke rishte Shayari साझा करी है। हमारा अगर किसी से रिश्ता दिखावे का ही रह जाता है तो हम उस रिश्ते को भुलाने के लिए या फिर सामने वाले को याद दिलाने के लिए अपने इंस्टाग्राम व्हाट्सएप स्टेटस में दिखावे के रिश्ते शायरी लगाने के लिए इस तरह की dikhave ke rishte Shayari ढूढते है। जिसे हमे भी पढ़ना पसंद होता है। अगर आपका भी किसी से रिश्ता है और वह रिश्ता बिखर रहा है तो आपको इस लेख की शायरी जरूर पढ़नी चाहिए।

Dikhave ke rishte Shayari

Dikhave ke rishte Shayari

झूठ कपट दिखावा
नहीं आता
हम कड़वे ही अच्छे है जनाब
बहुत रिश्ते गंवाये
जो दिखावटी थे
कोई ग़म नही
हम सच्चे ही अच्छे है जनाब,,,,

 

रिश्तों की बातें बस दिल तक
ही रखना
दिमाग चालाक है.हिसाब
लगा लेगा

 

इश्क़ घुला और जात ख़तम
चाँद खिला और रात ख़तम
नए दौर की प्रेम कथा में
जिस्म मिला जज़्बात ख़तम
रिश्ता विश्ता तुम जानो
तुम मेरे हो बात ख़तम।

 

रिश्तो की कदर भी पैसों की तरह करनी चाहिए
क्योंकि,
दोनों को कमाना मुश्किल है पर गँवाना आसान!

 

उम्र भर निभाएंगे साथ
ऐसा हमें भरम हुआ,.
एक रिश्ता उम्मीद से शुरू
और अफसोस पर खत्म हुआ।

Dikhave ke rishte Shayari

एक दिन रोक लिया खुद को मैसेज करने से
तब पता चला ये
रिश्ता मेरे चलाने से
चल रहा था।

 

उसूल तो देखो लोगों के
रिश्ते ख़त्म हो सकते है
पर झगडे कभी नहीं।

 

क्या ख़ूब हुनर पाया है
हर एक रिश्ता गंवाया है।

 

मैले हो जाते हैं रिश्ते भी
लिबासों की तरह,
कभी-कभी इनको भी
मोहब्बत से धोया कीजिए..!!

 

रिश्ते :
कितने आसान हो गए हैं रिश्ते,
जब मन करे बनाओ,
रखो और डिलीट कर दो…

 

रिश्तों को बस इस तरह से
बचा लिया करो
कभी मान जाया करो तो
कभी मना लिया करो।

 

 

रिश्ता चाहे कोई भी हो,
हरा उतना ही रखो..
जितना वो खुद ख़रा हो।

 

सबसे मुश्किल काम है समेटना,
फिर चाहें वो बातें हो,
रिश्ते हों या फिर बिखरा घर…

Dikhave ke rishte Shayari

रिश्तों में बवाल और चाय में
उबाल किसी के आग लगाने से ही होता है।

 

बदल गये है मायने अब हर रिश्ते के,हर रिश्ते का मतलब सिर्फ मतलब है।

 

मैंने निभाया है है रिश्ते को ईमानदारी
से
मेरा यकीन मानो कुछ नहीं मिलता इस
वफादारी से…

 

 

कुछ कह गए कुछ सह गए,
कुछ कहते कहते रह गए
मै सही और तुम गलत के खेल में ना जाने कितने रिश्ते ढ़ह गए।

 

आना टूटा रिश्ता लेकर
गुंजाइश की बात करेंगे।

 

उस रिश्ते को वही त्याग देना
चाहिए जहां वक़्त और प्यार
के लिए भीख माँगनी पड़े🖤🥀🖤

 

जीवन में कई बार खो देने के बाद ख्याल आता है,
कितना कीमती था,
समय, व्यक्ति और रिश्ता..🤗।

कुछ रिश्तों के नाम नहीं होते,,
और कुछ रिश्ते बस नाम के होते है।
⭐✨

 

 

कुछ रिश्ते आजकल उस
रास्ते पर जा रहे हैं
न साथ छोड़ रहे हैं और
न ही साथनिभा पा रहे हैं🖤🥀🖤

Dikhave ke rishte Shayari

इंसान का बात करने का
तरीका बता देता है,
रिश्ते में कितनी गहराई और कितना अपनापन है..🤗

 

रिश्तों की बगिया में स्वार्थ का पेड़ उग आया है
तभी से रिश्तों ने स्वार्थ अनुसार रिश्ता निभाया है।

 

दोनो तरफ से रिश्ते निभाई जाए
वही रिश्ता कामयाब होता हे
एक तरफ से सेक कर तो रोटी भी बनाई नहीं जाती।

 

ज़िंदगी भर बस इतना लिख पाए है,
बहुत मज़बूत रिश्ते थे कुछ कमज़ोर लोगों से..🤗

 

अपना हिस्सा मांग कर देखो
सारे रिश्ते बेनकाब हो जायेंगे
और अपना हिस्सा छोड़ कर देखो
सारे कांटे भी गुलाब हो जायेंगे…

 

नज़रों मे सम्मान और बोलने मे मर्यादा
किसी भी रिश्ते की
सबसे मजबूत डोर होती है…!!

 

हालातों से भी
हार जाते है कुछ रिश्ते
हर रिश्ते में बेवफाई नहीं होती…!!

 

रिश्ते कभी नहीं बदलते
रिश्ते निभानें वाले बदल जाते है।।
किसी के आने या जाने से ज़िन्दगी नहीं रुकती
बस जीने का अंदाज़ बदल जाता है।।

 

ज़िन्दगी की कसौटी से
हर रिश्ता गुजर गया,,
कुछ निकले खरे सोने तो
कुछ का पानी उतर गया।।

 

रिश्ते चंदन की तरह रखने चाहिए,
टुकड़े हजार भी हो जाए पर सुगंध न जाए।

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Dikhave ke rishte Shayari

कुछ रिश्ते आजकल उस
रास्ते पर जा रहे हैं
न साथ छोड़ रहे हैं
और न ही
साथ निभा पा रहे हैं🖤🥀🖤

कोशिश करो कि
कोई तुम से ना रूठे;
ज़िंदगी में अपनों का
कभी साथ ना छूटे;
रिश्ता कोई भी हो उसे ऐसे निभाओ;
कि उस रिश्ते की
डोर ज़िंदगी भर ना टूटे।

Dikhave ke rishte Shayari

रिश्ते और पौधे दोनों
एक जैसे होते हैं;
लगाकर भूल जाओ तो
दोनों ही सूख जाते हैं।

 

कुछ रिश्ते ऐसे होते हैं, जिसमें इंसान अच्छा लगता है..
कुछ इंसान ऐसे होते हैं,
जिनसे रिश्ता अच्छा लगता है

Dikhave ke rishte Shayari Status

लकीरों को कभी मामूली ना समझे
ये माथे पर चिंता, हथेली पर
तकदीर, जमीन पर बटवारा
और रिश्तों में दरार बन जाती है।

 

जहाँ से Ego नही जाता हैं ….
वहाँ से रिश्ते चले जाते हैं….!!

Dikhave ke rishte Shayari

जो हो कर भी न हो…
उसका होना कैसा,
सिर्फ नाम के रिश्ते से शिकवा कैसा और रोना कैसा

 

यादें अक्सर होती हैं सताने के लिए;
कोई रूठ जाता है फिर मान जाने के लिए;
रिश्ते निभाना कोई मुश्किल तो नहीं;
बस दिलों में प्यार चाहिए उन्हें निभाने के लिए।

 

छोटी सी बात पे लोग रूठ जाते हैं;
हाथ उनसे अनजाने में छूट जाते हैं;
कहते हैं बड़ा नाज़ुक है
अपनेपन का यह रिश्ता;
इसमें हँसते-हँसते भी दिल टूट जाते हैं।

 

रिश्तों की ही दुनिया में
अक्सर ऐसा होता है;
दिल से इन्हें निभाने
वाला ही अक्सर रोता है;
झुकना पड़े तो झुक जाना अपनों के लिए;
क्योंकि हर रिश्ता एक नाज़ुक समझौता होता है।

 

कोशिश कर रहा हूं की कोई
मुझसे न रूठे
जिंदगी में अपनो का साथ न छूटे।
रिश्ता कोई भी हो उसे
येसे निभाऊ !
की उस रिश्ते की डोर जिंदगी भर न छूटे।

बिखरते रिश्ते शायरी

कितने आसान हो गए है आजकल रिश्ते.
जब मन करे बनाओ रखो
और delete कर दो।

 

सीख गए आखिर बिन
आँसू के रोना भी ..
ये रिश्तों के नियम काफ़ी मुश्किल निकले

Dikhave ke rishte Shayari

बोझ बन जाते हे रिश्ते
मन भर जाने के बाद
कामिया नजर आने लगती है
दूसरा मिल जाने के बाद।

 

सख्त हाथो से भी
छुट जाते है हाथ….
रिश्तें जोर से नही तमीज़ से निभाए जाते है…!!

 

रिश्तों का विश्वास टूट ना जाये;
दोस्ती का साथ कभी छूट ना जाये;
ऐ खुदा गलती करने से
पहले संभाल लेना मुझे;
कहीं मेरी गलती से मेरा
कोई अपना रूठ ना जाये।

 

दिमाग पर ज़ोर लगाकर
गिनते हो गलतियां मेरी;
कभी दिल पर हाथ रख के
पूछना कसूर किसका है।

 

ख्याल रखना jii…
बाते खत्म करने से रिश्ते भी खत्म हो ही जाते है !!

 

 

कुछ इस तरह खूबसूरत
रिश्ते टूट जाया करते हैं…
दिल भर जाता है ,तो
लोग रूठ जाया करते हैं…

Dikhave ke rishte Shayari

अब तो हर एक ने रिश्ता
तोड़ दिया हमसे
क्योकी हम उनके
काबिल नहीं रहे 🖤🥀🖤

 

मतलब के रिश्ते शायरी इन हिंदी

Dikhave ke rishte Shayari

अब इतना ही रिश्ता रह गया
हमारा तुम्हारा…
बात होती नहीं
लेकिन भूल पाते नहीं …

 

अक्सर गुम हो जाते हैं
पुराने रिश्ते
एक नए रिश्ते में
बंध जाने के बाद
💔🥀

 

छोटी सी बात पे लोग रूठ जाते हैं;
हाथ उनसे अनजाने में छूट जाते हैं;
कहते हैं बड़ा नाज़ुक है
अपनेपन का रिश्ता;
इसमें हँसते-हँसते भी दिल टूट जाते हैं।

 

 

रिश्ते वो होते हैं,
जिसमे शब्द कम और समझ ज्यादा हो;
जिसमे तकरार कम और प्यार ज्यादा हो;
जिसमे आशा कम और विश्वास ज्यादा हो।

 

यादें अक्सर होती हैं सताने के लिए;
कोई रूठ जाता है फिर मान जाने के लिए;
रिश्ते निभाना कोई मुश्किल तो नहीं;
बस दिलों में प्यार चाहिए
उसे निभाने के लिए।

Dikhave ke rishte Shayari

तन्हा होने से भी
ज़्यादा तकलीफ़ देता है,
किसी रिश्ते में होकर भी तन्हा होना..🤗

Dikhave ke rishte Shayari 2 Line

रिश्ता वक़्त देने से सलामत रहता हैं
Formality पूरी करने से नही….!!

 

एहसासों की नमी
बेहद ज़रूरी है रिश्तों में,
रेत भी सुखी हो तो
हाथों से फिसल जाती है।

 

जिसकी गलतियों को भुलाकर
मैंने हर बार रिश्ता निभाया है
उसी ने मुझे हर बार फालतू
होने का एहसास दिलाया है🖤🥀🖤

कुछ रिश्ते इस जहान में
ख़ास होते हैं;
हवा के रुख से जिन के एहसास होते हैं;
यह दिल की कशिश नहीं तो और क्या हैं;
दूर रह कर भी
वो दिल के कितने पास होते हैं।

 

अपने रिश्तों को
बारिश की तरह न बनाये,
जो आये और चली जाये;
बल्कि रिश्ते ऐसे बनाये जो
हवा की तरह हमेशा आपके अंग संग रहें।

 

पहले घर कच्चे, और रिश्ते पक्के
हुवा करते थे, अब घर पक्के और
रिश्ते कच्चे हो गए हैं!

Dikhave ke rishte Shayari

रिश्तो का गलत इस्तेमाल
कभी मत करना,
अच्छे लोग जिन्दगी में
बार बार नही आते…

 

भले ही ज़िंदगी भर
अकेले रह लो पर किसी से
कभी ज़बरदस्ती रिश्ता
निभाने की ज़िद मत करना…

 

जरूरी नहीं की सारे सबक किताबों
से ही सीखें, कुछ सबक जिंदगी
और रिश्ते सिखा देते है।

अहम् दिखा कर रिश्ते को तोड़ने से
अच्छा है की माफ़ी मांगकर वो
रिश्ता निभाया जाये।

कोई टूटे तो उसे सजाना सीखो,
कोई रूठे तो उसे मनाना सीखो,
रिश्ते तो मिलते हैं मुक़द्दर से, बस
उन्हें ख़ूबसूरती से निभाना सीखो।

Dikhave ke rishte Shayari

आज के ज़माने में
रिश्ते कहां खून के सगे होते है
हर बर्बादी के पीछे
अपनो के ही हाथ लगे होते हैं…

 

अपना पन रिश्ते को खास बनाता है
प्रेम जरुरी है,लेकिन..
रिश्ता समर्पण से निभ पाता है
वरना…
तो दुनिया गोल है
सब इसमें खो जाता है।

 

कोई भी रिश्ता
एक की हिस्सेदारी से नही
दोनो की भागीदारी से चलता हैं।

Dikhave ke rishte Shayari

जहाँ सफ़ाई देनी
पड़ जाये हर बार वो
रिश्ते कभी गहरे नहीं होते।

 

लगे न नज़र इस रिश्ते को ज़माने की;
पड़े न ज़रुरत कभी
एक-दूजे को मनाने की;
छोड़ना न कभी आप हमारा ये साथ;
तमन्ना हमारी भी है
इसे मौत तक निभाने की।

 

लोग झूठ कहते हैं कि
दीवारों में दरारें पड़ती हैं;
हक़ीक़त तो यह है कि जब रिश्तों में
दरारें पड़ती हैं तब दीवारें बनती हैं।

 

दिखाने से बेहतर छुपा कर रखो,
दर्द गुस्सा प्यार रिश्ता और जज्बात।

Dikhave ke rishte Shayari

 

प्यार तो हम दोनो आज भी करते है
लेकिन मुर्शद खामोशीयो ने
हमारे रिश्ते पर काबु पा लिया।

 

Last Word:-
हमारे जीवन में यह दिखावे के रिश्ते हमे बहुत ज्यादा तकलीफ देते है। इन्ही दिखावे वाले रिश्ते पर यह लेख है। मुझे आशा है की आपको हमारे द्वारा लिखा गया यह रिश्ते शायरी लेख पसंद आया होगा। अगर आपको यह लेख पसंद आया है तो आपको इस लेख में दिए गए dikhave ke rishte Status को अपने WhatsApp Status में जरूर लगाना चाहिए।

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